बुकनू कानपुर, उत्तर प्रदेश की एक पारंपरिक प्राचीन रेसिपी है। यह अपच के लिए एक आयुर्वेदिक दवा है और एक मसाले के रूप में भी बहुत अच्छा स्वाद देता है, खासकर पूरी, पराठा और कचौरी के साथ।
जीरा। १००ग्राम
अजवाइन। १०० ग्राम
सोंठ। १०० ग्राम
हींग। १०० ग्राम
हल्दी साबुत। २०० ग्राम
बड़ी हड़। १०० ग्राम
छोटी हड़। १०० ग्राम
पिपरामूर। १०० ग्राम
काला नमक १०० ग्राम
सादा नमक १०० ग्राम
सेंधा नमक। १०० ग्राम
विधि
२ टेबल स्पून कढ़ाई में तेल डालें | नमक को छोड़ कर सभी चीजों को तल ले, फिर सभी चीजों को पीस ले और बारीक पाउडर बना लें |
पहले हल्दी, सोंठ, पिपरामूर, बड़ी छोटी हड़ को तल लें | हड़ का बीज निकाल लें तलने के बाद, फिर सारी चीजें तल ले फिर पीस लें| बुकूनू तैयार|
बुकुनू के फायदे
👉पेट दर्द में आधा चम्मच बुकुनु खा के पानी पी ले|
👉बदहजमी में भी इसी तरह खाए|
👉पेट में गैस बन रही हो इसी तरह खाएं|
👉पूरी ,पराठा और कचौड़ी के साथ भी खाएं, बहुत अच्छा लगता है|
👉घी बुकुनू रोटी भी खाएं, टेस्टी लगता है |